कर्मों का फल तो भोगना ही पड़ता है, प्रेरक प्रसंग
कर्मों की गति बड़ी गहन होती है कर्म की गति जानने में देवता भी समर्थ्य नहीं है मानव की तो बात ही क्या है काल के पास में बधे हुए…
कर्मों की गति बड़ी गहन होती है कर्म की गति जानने में देवता भी समर्थ्य नहीं है मानव की तो बात ही क्या है काल के पास में बधे हुए…
प्यारे मित्रों मेने श्रीमद्भागवत गीता तब तक नहीं पढी़ थी जब तक मुझे ज्ञान नहीं हुआ कि हम सब आत्माएं हैं और यह जिंदगी हम आत्माओं के लिए एक इम्तिहान…
बात उस समय की है हनुमान जी जब संजीवनी बूटी का पर्वत लेकर लौटते है तो भगवान राम से कहते है :- आपने मुझे संजीवनी बूटी लेने नहीं भेजा था,…
एक टक देर तक उस सुपुरुष को निहारते रहने के बाद बुजुर्ग भीलनी के मुंह से स्वर फूटे :-“कहो राम, शबरी की कुटिया ढूंढ़ने में अधिक कष्ट तो नहीं हुआ…
धर्मराज युधिष्ठिर के शासनकाल में हस्तिनापुर की प्रजा सुखी तथा समृद्ध थी। कहीं भी किसी प्रकार का शोक व भय आदि नहीं था। कुछ समय बाद श्रीकृष्ण से मिलने के लिये अर्जुन द्वारिकापुरी गये। अपनी द्वारिका यात्रा के…
यक्ष और युधिष्ठिर के बीच जो संवाद हुआ है उसे जानने के बाद आप जरूर हैरान रह जाएंगे। आप भी अपने जीवन में कुछ प्रश्नों के उत्तर ढूंढ ही रहे…
महाभारत का युद्ध समाप्त हो चुका था। इस युद्ध में बड़े बड़े योद्धा वीरगति को प्राप्त हो गए। कौरवों का विनाश तो हुआ ही साथ ही पांडवों का भी सब…
महाभारत का युद्ध समाप्त हो चुका था महाराज युधिष्ठिर राजा बन चुके थे अपने चारों छोटे भाइयों की सहायता से वह राजकाज चला रहे थे प्रजा की भलाई के लिए…
एक राजा की पुत्री जो बचपन में महलों में रही एक राजा की पत्नी माता लक्ष्मी का अवतार माता सीता ने इतने दुख-दर्द सहे कि शायद ही किसी इंसान ने…
जब मरते हुए द्रोणाचार्य ने श्रीकृष्ण से पूछा आखिर मेरा दोष क्या था क्यों मुझे धोखे से मारा गया। उसके बाद भगवान श्री कृष्ण ने बताया असली सच, द्रापरयुग में…