You are currently viewing कृष्ण वाणी भाग – 9,अमृत वचन,Krishna Vani,Success Mantra

कृष्ण वाणी भाग – 9,अमृत वचन,Krishna Vani,Success Mantra

अगर भगवान तुम से इंतजार करवा रहे हैं तो याद रखना वो उससे कहीं ज्यादा देने वाले हैं जितना तुमने मांगा है।

जिस तरह लोग मुर्दे इंसान को कंधा देना पुण्य समझते हैं काश इसी तरह जिंदा इंसान को सहारा देना पुण्य समझने लगे तो जिंदगी आसान हो जाएगी।

मत सोच इतना जिंदगी के बारे में जिसने जिंदगी दी है उसने भी तो कुछ सोचा होगा।

बेवजह ही नहीं होती लोगों से मुलाकात किसी से सबक मिलता है तो किसी से ज्ञान।

श्री कृष्ण कहते हैं किसी को दुख देकर मुझसे अपने सुख की कामना मत करना, अगर तुम किसी को एक पल का भी सुख देते हो तो अपने दुख की चिंता कभी मत करना।

जब दर्द और कड़वी बोली दोनों सहन होने लगे तो समझ लेना जीना आ गया है।

कौन क्या कर रहा है?, कैसे कर रहा है?, क्यों कर रहा है?, इन सब से आप जितना दूर रहेंगे उतना ही खुश रहेंगे।

हंसते रहो तो दुनिया साथ है वरना आंसुओं को तो आंखों में भी जगह नहीं मिलती।

जीवन में जो होता है वह किसी वजह से होता है या तो वह आपको कुछ बनाकर जाता है या फिर कुछ सिखाकर।

कटना पिसना और अंतिम समय तक निचोड़े जाना गन्ने से बेहतर कौन जानता है कि मीठा होने का नुकसान कितना होता है।

जब कोई दिल दुखाए तो सबसे बेहतर है कि हम चुप हो जाए क्योंकि जिन्हें हम जवाब नहीं देते उन्हें फिर वक्त जवाब देता है।

अंधे बहरे गूंगे बनकर अपने लक्ष्य पर ध्यान देते रहो यहां इतने खाली लोग हैं कि ना खुद कुछ करेंगे और ना करने वालों को कुछ करने देंगे और उनका मनोबल भी तोड़ देंगे।
जिंदगी में जितना शांत रहोगे उतना ही मजबूत पाओगे क्योंकि लोहा ठंडा होने पर मजबूत होता है।
गरीब रहोगे कोई ध्यान नहीं देता मेहनत करोगे तो सब हसेंगे लेकिन जब कामयाब हो जाओगे तो सब आपकी प्रसंसा करेगे।
जिंदगी वह हिसाब है जिसे पीछे जाकर सही नहीं किया जा सकता इसलिए आज में सुधार करें और पुरानी बातों को अनुभव की तरह इस्तेमाल करें।
जिंदगी में उत्साह और अनुशासन ना हो उसे जिंदगी जीना नहीं जिंदगी काटना कहते हैं।
कभी-कभी आप बिना कुछ गलत किए बुरे बन जाते हैं क्योंकि जैसा लोग चाहते थे आप ऐसा नहीं करते।
जिस मनुष्य के हृदय में सच्ची मानवता हो उसकी सोच हमेशा यही होगी कि मुझे मिला हुआ दुख किसी को ना मिले और मुझे मिला हुआ सुख सबको मिले
मैंने हंसकर देख लिया और रो कर भी देख लिया किसी को पाकर किसी को खो कर भी देख लिया यह जान लिया कि वही जिंदगी जी सकता है जिसने अकेले जीना सीख लिया।
जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है थोड़ा रुलाती है थोड़ा हंसाती है खुद से ज्यादा किसी पर भरोसा मत करना क्योंकि अंधेरे में तो परछाई भी साथ छोड़ देती है
अगर कोई आपको सच्चा प्यार करता है तो आप उस समय जरूर देगा आप की हर स्थिति में साथ देगा हमेशा आपके लिए समर्पित रहेगा क्योंकि सच्चा प्यार एक दूसरे की खुशियां चाहेगा।
लोहे को कोई नष्ट नहीं कर सकता बस उसका जंग उसे नष्ट कर सकता है इसी तरह आदमी को कोई और नहीं बल्कि उसकी सोच ही नष्ट कर सकती है इसलिए सोच अच्छी रखो फल अच्छा ही होगा
इतना कमजोर मत बनो कि कोई भी आपको तोड़ सकें बल्कि इतना मजबूत बनो कि आप को तोड़ने वाला खुद ही टूट जाए
दर्द आपको मजबूत बनाता है डर आपको बहादुर बनाता है अनुभव आपको सीख देता है जिस दिन हम समझ जाएंगे कि सामने वाला गलत नहीं सिर्फ आपकी सोच हम से अलग है उस दिन जीवन में सब दुख दूर हो जाएंगे।
क्यों रोते हो मन का ना होने पर जो लिखा है वही हो कर रहेगा, एक रास्ता बंद करने से पहले भगवान रास्ते खोल देते हैं।
गर्मी के मौसम में पत्ते सूखने के बाद भी घोंसला नहीं छोड़ते क्योंकि वह जानते हैं फिर से बरसात आएगी और पेड़ पर नये पत्ते आएंगे।

जो हुआ उसे भूल कर नई शुरुआत करो और याद रखो जिसका कोई नहीं होता उसका भगवान होता है।
मतलब से जुड़े रिश्ते मतलब तक साथ देते हैं लेकिन दिल से जुड़े रिश्ते आखरी सांस तक निभाते हैं।
अच्छा काम करते रहो चाहे कोई सम्मान करें या ना करें क्योंकि सूर्योदय तब भी होता है जब करोड़ों लोग सोए रहते हैं।
दुनिया में हर एक काम आसान है केवल अंदर से आवाज आनी चाहिए।
हमेशा मेहनत और उस परमात्मा पर विश्वास रखना सफलता का सूत्र है।
जीवन में सबसे बड़ी गलती यह है कि गलती से हम कुछ सीख नहीं पाते।
जो व्यक्ति अपने मन को काबू में कर सकता है वह जिंदगी में कुछ भी कर सकता है।
इंसान की अच्छाइयों पर सब खामोश रहते हैं लेकिन चर्चा अगर बुराई पर हो तो गूंगे भी बोल पड़ते हैं।
श्री कृष्ण कहते हैं तुम्हारे बीते हुए कल को तो मैं ठीक नहीं कर सकता क्योंकि तुम वर्तमान में अगर अच्छा कर्म करोगे तो मैं तुम्हारा आने वाला कल जरूर उजागर कर लूंगा।
झूठी बातों पर लोग आप की वाहवाही करेंगे वही लोग आपको तबाह करेंगे।


बुरे से बुरा क्या ही होगा हम तो हमेशा ही सोच लेते हैं मगर अच्छे से अच्छा क्या होगा हम यह कभी नहीं सोचते।


जो इस भगवान रात को पेड़ पर बैठे पक्षियों को कभी गिरने नहीं देता तो सोचो वह तुम्हें अकेला और बेसहारा कैसे छोड़ सकता है।


आज के जमाने में कोई अपना नहीं होता सिर्फ लोग तब तक साथ देते हैं जब तक उनका स्वार्थ होता है।


अगर कोई अकेला है तो इसका मतलब यह नहीं कि उसे कोई पसंद नहीं करता बल्कि वह अकेला इसलिए क्योंकि उसने दुनिया की औकात जान ली है।


एक बार राजा और उसका मंत्री तलवार को साफ कर रहे थे, तलवार को साफ करते समय अचानक राजा के पैर पर तलवार की जाती है और राजा की पैर की उंगली कट जाती है उस राजा को उंगली कटने के कारण बहुत ही तकलीफ हो रही थी, बहुत ही दर्द हो रहा था लेकिन उसका मंत्री कहता है शांत रहिए महाराज जो कुछ भी होता है अच्छे के लिए होता है राजा को यह बात सुनकर गुस्सा आ जाता है वह मंत्री से कहता है कि मेरी कट गई और तुम कह रहे हो कि शांत रहू, वह मंत्री समझाने की कोशिश करता है और बिना सुने अकारण मंत्री को काल कोठरी में बंद करने का आदेश दे देता है इसका मंत्री कोई दुख नहीं था क्योंकि उसका भी यही कहना था कि जो होता है अच्छे के लिए होता है वह अपनी खुशी से ही अपने आपको सैनिक के हवाले कर देता। इस बात को सुनकर राजा को लग रहा था कि मैंने उसे अच्छाई के लिए उसे बंद किया है। इस घटना को तीन महीने बीत जाते है एक दिन राजा शिकार करने के लिए जंगल में जाता है राजा को एक हिरन दिखता है घने जंगलों में चला जाता है और रास्ता भटक जाता है लेकिन रास्ते में उसे आदिवासी घेर लेते हैं आदिवासी लोग राजा को पकड़कर अपने इलाके में ले जाते हैं। राजा उनको बार-बार समझाने की कोशिश करते हैं लेकिन वो लोग कुछ भी नहीं समझ रहे थे वो लोग खुशी से नाचते हैं और राजा को नहलाकर बलि चढ़ाने के लिए कपड़ा पहनाते हैं अब राजा को लगता है की वो मरने वाला है जब आदिवासी लोगों का मुखिया राजा को मारने जाता है तब देखता है कि राजा की पैर की अंगुली कट चुकी हैं इसको देखकर उसका मुखिया कहता किसी इंसान की बलि नहीं दी जा सकती क्योंकि इंसान पूरा नहीं है एक अंग काटा हुआ और उनके भगवान को एक पूरे इंसान की बलि ही दी जा सकती है अगर ऐसे इंसान की बलि दी जाए जिसका अंग पहले से कटा हुआ है तो उनके देवता खुश होने की जगह नाराज हो जाएंगे फिर वो लोग राजा को छोड़ देते हैं राजा खुशी खुशी अपने म हल चला जाता है और सोचता है अगर मेरी ऊँगली उस दिन ना कटी होती तो आज मेरी मौत हो जाती इसका मतलब मंत्री सही कह रहा था जो कुछ होता है अच्छे के लिए होता है फिर राजा अपने सैनिकों को आदेश देता है कि जल्दी से जाकर मंत्री को रिहा किया जाए फिर राजा मंत्री को अपना पद वापस देते हैं और पूछते हैं मंत्री उस दिन मेरी ऊँगली कट गई मेरे लिए अच्छा हुआ मैं मान गया लेकिन तुम जेल में हों इससे तुम्हारा क्या अच्छा हुआ मंत्री खुशी खुशी राजा से कहता है महाराज आप शिकार के लिए जाते हैं तो आपके साथ मुझे भी आना पड़ता और अगर मैं आपके साथ जाता तो वो लोग मुझे मार देते मंत्री की बात सुनकर राजा समझ आता है कि जो भी हमारे जीवन में होता है वो अच्छे के लिए होता है ।

अगर हम अपने जीवन में देखें तो हमारे जीवन में भी कुछ मुश्किलें आती हैं हम उनका सामना नहीं करते हम उनको ही दोस देते हैं ये मुश्किलें हमें आगे बढ़ाने और मजबूत बनाने के लिए ही आती है हमें हर मुश्किल को सकारात्मक तरीके से देखना चाहिए क्योंकि हर चीज़ कुछ ना कुछ सीखा कर ही जाती है हर व्यक्ति के जीवन में सुख और दुख का आना जाना बना रहता है।


दोस्तों आशा करते हैं कि यह POST आपको पसंद आई होगी , धन्यवाद!!

Leave a Reply