पांडवों की स्वर्ग यात्रा
धर्मराज युधिष्ठिर के शासनकाल में हस्तिनापुर की प्रजा सुखी तथा समृद्ध थी। कहीं भी किसी प्रकार का शोक व भय आदि नहीं था। कुछ समय बाद श्रीकृष्ण से मिलने के लिये अर्जुन द्वारिकापुरी गये। अपनी द्वारिका यात्रा के…
धर्मराज युधिष्ठिर के शासनकाल में हस्तिनापुर की प्रजा सुखी तथा समृद्ध थी। कहीं भी किसी प्रकार का शोक व भय आदि नहीं था। कुछ समय बाद श्रीकृष्ण से मिलने के लिये अर्जुन द्वारिकापुरी गये। अपनी द्वारिका यात्रा के…
यक्ष और युधिष्ठिर के बीच जो संवाद हुआ है उसे जानने के बाद आप जरूर हैरान रह जाएंगे। आप भी अपने जीवन में कुछ प्रश्नों के उत्तर ढूंढ ही रहे…
महाभारत का युद्ध समाप्त हो चुका था। इस युद्ध में बड़े बड़े योद्धा वीरगति को प्राप्त हो गए। कौरवों का विनाश तो हुआ ही साथ ही पांडवों का भी सब…
महाभारत का युद्ध समाप्त हो चुका था महाराज युधिष्ठिर राजा बन चुके थे अपने चारों छोटे भाइयों की सहायता से वह राजकाज चला रहे थे प्रजा की भलाई के लिए…
जब मरते हुए द्रोणाचार्य ने श्रीकृष्ण से पूछा आखिर मेरा दोष क्या था क्यों मुझे धोखे से मारा गया। उसके बाद भगवान श्री कृष्ण ने बताया असली सच, द्रापरयुग में…
पाण्डवों और कौरवों को शस्त्र और शास्त्र की शिक्षा देते हुए एक बार गुरू द्रोणाचार्य के मन में उनकी परीक्षा लेने का ख्याल आया । परीक्षा का विषय क्या हो…
पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार श्रीकृष्ण और अर्जुन नगर भ्रमण के लिए निकले। रास्ते में उन्हें भिक्षा मांगते हुए एक ब्राह्मण दिखाई दिया। उसकी दशा देखकर अर्जुन का ह्रदय…
दोस्तों, भगवतगीता और भगवतगीता के ज्ञान पर असंख्य लोगों ने काम किया है। क्या विशेष है इस गीता में अगर कुछ विशेष है तो वो है श्रीकृष्ण, बाकी हम सब…
जय श्री कृष्णा दोस्तों, महाभारत युद्ध के 17-वे दिन का सूर्यास्त होने ही वाला था। अर्जुन के हाथों बाण लगने से जब कर्ण मौत के निकट था तब वह बेहद…
पितामह भीष्म भी अब तंग आ चुके थे और उन्होंने गुस्से में प्रतिज्ञा ले ली “मैं गंगा पुत्र भीष्म कल युद्ध भूमि में उतरूंगा और पांडवों का वध कर दूंगा।” इस धरती को निश पांडव कर दूंगा, जैसे ही पितामह भीष्म ने प्रतिज्ञा ली दुर्योधन खुश होने लगा और अपने भाइयों को बताने लगा कि कल तो युद्ध समाप्त हो जाएगा। कल पितामह पांडवों का वध कर देंगे, कोई नहीं बचेगा।